मै कौन हूँ....?
एक बटोही जो रास्ता भूल गया है.!
या एक लहर जो किनारा भूल गया है..!
पतवार के बिना एक नाव कहू ..
य़ा एक रात जो सवेरा भूल गया है...!!
कौन हूँ मै...?
एक अधूरी शायरी कहू तो गलत ना होगा,
कुदरत की शरारत कहू तो गलत ना होगा
अनकही अल्फाज़ कहे तो वो भी चलेगा
अधूरी डायरी कहे तो गलत ना होगा..
क्या हूँ मै....?
शायद एक आशिक हूँ, जिसका इश्क अधूरा रह गया
या एक साहिल कहूं, जिसका लहर से नाता टूट गया..!!
एक ख्वाब हूँ मै अपने दिल की
एक लम्हा हूँ बीते कल की...!
तन्हाई हूँ मै अब तक की
रूसवाई हूँ सबके दिल की...!!
मै कौन हूँ..? क्या हूँ मै..?
बतला दे मुझे कोई कौन हूँ मै..??
Rahul@vats