तेरे आँसुओं को ज़ाम लिखता हूँ..
तेरे गेशूओ को इन्कलाब लिखता हूँ
चाहे मुकदमा हो मुझपे दिल - ऐ - अदालत में..
तू मेरी है मै तेरा हूँ ये ऐलान करता हूँ..!!
Rahul@vats
तेरे गेशूओ को इन्कलाब लिखता हूँ
चाहे मुकदमा हो मुझपे दिल - ऐ - अदालत में..
तू मेरी है मै तेरा हूँ ये ऐलान करता हूँ..!!
Rahul@vats
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