Rahul Bhushan
शनिवार, 24 नवंबर 2018
महबूब
ऐ सितारों तुम्हें कलियों के तबस्सुम की कसम,
ओस की बूंद पे सूरज की गवाही लेना;
खो गई है मेरे महबूब के चेहरे की चमक,
चाँद निकले तो जरा उसकी तलाशी लेना..!!©
प्रस्तुतकर्ता Teaching WINDOW @
नवंबर 24, 2018
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